एसजीटी यूनिवर्सिटी - मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई दे आपके करियर को ऊंची ऊड़ान

मास कम्यूनिकेशनएकव्यापक विषय है। इसमें समाजिक विज्ञान, साहित्य एवं कला आदि के कई विषयों के बिम्ब साथ-साथ समाहित हैं। या यह कहें कि इन सभी के योग से बना विषय है मास कम्यूनिकेशन।यह विषय रचनात्मक (क्रिएटिव) रुचि वाले छात्रों के लिए सम्भावनाओं के अनेक दरवाजे-खिड़कियां खोलता है, जिससे वो अपने व्यावसायिक करियर में बुलंदियों तक पहुंच सकते हैं। अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।



यह मीडिया एवं संचार के क्षेत्र में बड़े बदलावों का युग है। जहां कम्यूनिकेशन के माध्यम तेजी बदल रहे हैं। तकनीक ने संचार व मीडिया के स्वरूप में कई मूलभूत बदलाव किये हैं। जिससे डिजीटल मीडिया और ओटीटी जैसे संचार माध्यमों ने एक वैकल्पिक, लेकिन मजबूत उपस्थिति दर्ज करायी है। कम्यूनिकेशन इंडस्ट्री की मजबूती का अंदाजा हम इसी से लगा सकते हैं कि 2020-2021 के वित्तीय वर्ष में टीवी, प्रिंट, डिजीटल एवं ओटीटी ने 778 बिलियन का मार्केट शेयर रहा है। टेलिविजन ब्रॉडकास्टिंग ने 13% की वार्षिक आर्थिक विकास दर को प्राप्त किया है।

मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई वैसे तो बहुत से विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में होती है। जिसमें सरकारी एवं प्राइवेट दोनों ही प्रकार की संस्थान हैं। इनमें एसजीटी यूनिवर्सिटी की फैकेल्टी ऑफ मास कम्यूनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलॉजी देश में मीडिया शिक्षा के एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में सुप्रसिद्ध है।

एसजीटी यूनिवर्सिटी में क्या हैख़ास

एसजीटी यूनिवर्सिटी में मीडिया एजुकेशन के क्षेत्र में प्रयोग होने वाली नवीनतम तकनीक एवं शानदार आधुनिक इंफ्रास्ट्रकचर मौजूद है। यहां पर एकेडमिक एवं इंडस्ट्री की दुनिया के नामचीन व प्रबुद्ध प्रोफेसर अपनी सेवाएं देते हैं। एसजीटी यूनिवर्सिटी की फैकेल्टी ऑफ मास कम्यूनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलॉजी में संचालित होने वाले सभी कोर्स एन.ई.पी. (न्यू एजुकेशन पॉलिसी-2020) के अनुसार स्टूडेंट फ्रेंडली बनाए गए हैं।

यहां स्नातक (ग्रेजुएशन), परास्नातक (पोस्ट ग्रेजुएशन) एवं शोध के निम्नवत कोर्स संचालित हो रहे हैं-

·        बी ए (जे एम सी)  BA in (JMC)

·        एम ए (जे एस सी) MA in (JMC)

·        पीएच डी (Ph D in Mass Communication)

यूनिवर्सिटी ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन दोनो ही कोर्स के आखिरी साल में किसी एक विषय में छात्र के इंटरेस्ट के अनुसार स्पेशलाइजेशन (विशेषज्ञता) देती है। इससे छात्रों को अपने रूचि के क्षेत्र में करियर को बनाने में बहुत मदद मिलती है। मास कम्यूनिकेशन फैकेल्टी ग्रेजुएशन में हिंदी जर्नलिज़्म, डाइरेक्शन, फिल्म एवं टीवी प्रोड्क्शन, डिजीटल मीडिया, एडवरटाइजिंग-पीआर एवं इवेंट मैनेजमेंट और पोस्ट ग्रेजुएशन में टीवी जर्नलिज़्म,डिजीटल मीडिया, एडवरटाइजिंग, पब्लिक रिलेशन एवं इवेंट मैनेजमेंट जैसे विषयों में स्पेशलाइजेशन कराती है।

इंफ्रास्ट्रक्चर (बुनियादी सुविधाएं)-

एसजीटी यूनिवर्सिटी में मास काम के छात्रों को लिए निम्नवत अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं-

·        एडवांस क्लास रूम

·        विशाल शूटिंग फ्लोर

·        स्टूडियो

·        प्रोडक्शन कंट्रोल रूम

·        मास्टर कंट्रोल रूम

·        मीडिया  लैब

·        एडिटिंग रूम

·        स्टिल एवं वीडियो कैमरा

·        डिजाइनिंग, फिल्म एवं न्यूज प्रोडक्शन से सम्बन्धित सभी एडवांस साफ्टवेयर

·        सेंट्रल लाइब्रेरी

इंटर्नशिप व प्लेसमेंट-

एसजीटी यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को निम्नबड़े मीडिया संस्थानों में जॉब व इंटर्निशिप के अवसर उपलब्ध कराती-

·        आजतक

·        एनडीटीवी इंडिया

·        दैनिक भास्कर

·        न्यूज नेशन

·        बीबीसी-हिंदी (ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन)

·        आकाशवाणी

·        जी पंजाब-हरियाणा-हिमाचल

·        इंडिया न्यूज

·        हिंदुस्तान टाइम्स

·        हरियाणा न्यूज

·        जनता टीवी

·        दूरदर्शन

·        नवभारत टाइम्स

·        डैक्कन हैराल्ड

मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई करने के बाद छात्रों को जिन क्षेत्रों कें काम करने का मौका मिलता है -

·        टीवी, रेडियो व प्रिंट पत्रकारिता

·        डिजीटल मीडिया या न्यू मीडिया

·        फिल्म इंडस्ट्री

·        पीआर इंडस्ट्री

·        विज्ञापन इंडस्ट्री

·        इवेंट मैनेजमेंट इंडस्ट्री

·        सरकारी सेक्टर

·        एजुकेशन इंडस्ट्री

·        कंटेंट / स्क्रिप्ट राइटिंग

एसजीटी यूनिवर्सिटी की फैकेल्टी ऑफ मास कम्यूनिकेशन एवं मीडिया टेक्नोलॉजी के टीचर्स क्लासरूम में एकेडमिक एजुकेशन के साथ-साथ प्रेक्टिकल एजुकेशन पर विशेष ध्यान देते हैं। छात्रों को इंडस्ट्री की मांग एवं उनके रुझान के अनुसार जरुरी व्यावहारिक शिक्षा देने के लिए वर्कशॉप, सेमिनार, एक्सपर्ट इंटरेक्शन सेशन एवं इंडस्ट्रीयल ट्रिप का आयोजन नियमित अंतराल होता रहता है।


टीचर्स-स्टूडेंट की बेहतरीन बॉण्डिग का ही परिणाम है कि यहां के शिक्षकों के संरक्षण में छात्रों द्वारा निर्मित कई डाक्यूमेंट्रीज को देश के प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवल्स में अवार्ड से नवाजा गया है। जिनमें इशापुर का दंगल’,‘उल्टा-पल्टा’,‘यातायात की समस्या’,‘सिस्टम बदलेगा’,‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम’,‘थ्री एम्बुलेंस’,‘रेड’,‘द ट्रिब्यूट’, एवंओ वुमनियाप्रमुख हैं। यहां के अनेक छात्र मीडिया, फिल्म एवं एडवरटाजिंग इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण पदों पर प्लेस्ड हैं। उन्होने अपने काम, प्रतिभा एवं मेहनत से इस लक्ष्य को प्राप्त किया है। इनके प्लेसमेंट में एसजीटी यूनिवर्सिटी के कार्पोरेट रिसोर्स सेंटर (सीआरसी) डिपार्टमेंट व मास कम्यूनिकेशन फैकेल्टी के शिक्षकों ने हर सम्भव मदद की है।

एसजीटी यूनिवर्सिटी का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को जिज्ञासु, रचनात्मक व आत्मविश्वासी बनाना है ताकि वो अपने सपनों का मुकाम हाशिल कर सकें। यहां पर दी गई शिक्षा के कारण आज यहां के छात्रों की उनके प्रोफेशनल क्षेत्र में एक विशेष पहचान एवं साखहै।

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